असम में शांति और विकास का नया रास्ता खुला

 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोडो समझौते के बाद शुक्रवार को पहली बार असम के दौरे पर हैं। उन्होंने बोडो बाहुल्य कोकझार में समझौते के जश्न में हिस्सा लिया। पूर्वोत्तर खासकर असम में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे। इसबीच, पिछले महीने प्रधानमंत्री का असम दौरा रद्द हो गया था। सीएए के विरोध में प्रदर्शनों के बाद भी यह उनका पहला दौरा है।


मोदी ने गुरुवार को ट्वीट में बोडो समझौते का जिक्र कर लिखा- अब असम में शांति और विकास का नया रास्ता खुल गया है। पिछले दिनों असम सरकार, केंद्रीय गृह मंत्रालय और प्रतिबंधित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के बीच दिल्ली में तिहरा समझौता हुआ था। इसके तहत 150 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया, जो करीब 50 साल से अलग बोडोलैंड की मांग कर रहे थे। इस दौरान संघर्ष में 4 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई.