एक तरफ जहां हर तरफ कोरोना ने कोहराम मचा कर सबको परेशान कर रखा है.बड़े से बड़े दिग्गज कारोबारी भी इस से परेशान हैं. क्योंकि कोरोना की वजह से उनके बिजनेस को एक दिन में ही करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है.. इन बुरे दिनों के दौर में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई यानी भारतीय स्टेट बैंक ने अपने बचत खाताधारकों को बड़ी सौगात दी है.
हाल ही में सोमवार की बात को ले लिजिए. ये दिन कारोबारियों के लिए ब्लैक डे रहा है. क्योंकि इस दिन कारोबारियों ने अपने अरबों रुपयों को गंवाया है. एसबीआई ने सेविंग्स अकाउंट के लिए एक औसत मासिक न्यूनतम राशि रखने की अनिवार्यता बुधवार को समाप्त करने की घोषणा की.
इससे अब बैंक के सभी बचत खाताधारकों को जीरो बैलेंस खाते की सुविधा मिलने लगेगी. बैंक ने हर तिमाही वसूला जाने वाला एसएमएस चार्ज भी खत्म कर दिया है..इसके अलावा बैंक ने सभी बचत खातों पर ब्याज दर घटाकर समान रूप से तीन प्रतिशत वार्षिक कर दिया है.
बैंक के इस कदम के बाद से एसबीआई के करोड़ों ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है. अब ग्राहक जीरो बैलेंस पर भी अपना खाता चला सकेगें. अब ग्राहकों को मिनिमम मंथली बैलेंस न होने पर उनसे किसी भी तरह का चार्ज नहीं वसूला जाएगा.
बता दें, इस समय एसबीआई के सेविंग बैंक ग्राहकों को मेट्रो, सेमी अर्बन और रूरल एरिया में क्रमश: 3,000 रुपये, 2,000 रुपये और 1,000 रुपये का बैलेंस मैंटेन करना पड़ता है. यदि कोई ग्राहक बैलेंस मैंटेन नहीं रखता तो एसबीआई द्वारा पेनल्टी के रूप में 5 रपये से लेकर 15 रुपये तक काट लिए जाते थे